भोली बाते
Wednesday, May 28, 2014
बहते पानी सी निर्मल
तू बहते पानी सी निर्मल
एक आस जो हर पल साथ साथ
रोज़ सूरज उगने से पहले तेरे मीठे बोलों की आस
एक उम्मीद एक वजह
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