Tuesday, July 31, 2012

भोले बच्चे

बच्चे

भोली दुनिया

के

भोले बच्चे

Saturday, July 28, 2012

ये रास्ते

रास्ते 
                                         
                                          
कहाँ से चले थे कहाँ आ पहुंचे
जाना था किधर यहाँ कैसे आ पहुंचे
यह रास्ते कब बदल गए कहीं हमने तो नहीं राह बदल ली
बस यही सोच के गम हूँ में भटक गई की राह उलझ गई 

Thursday, July 26, 2012

नज़र

नज़र 
जैसे चील की नज़र हर  वक्त मॉस पे टिकती है
क्यूँ हर  नज़र ऐसे चुभती है
क्या पता इस परदे के पीछे ध्युआं  भी बाकी ना हो
राख  भी आंसुओं  से धुल गई हो ...............

Wednesday, July 25, 2012

शिव आशीष

ओम नमः  शिवाय          
श्रवण मास में भगवन सबकी मनोकामनाएँ पूरी करे  
और सबको सध्बुधि दे  

राधे की बात

राधे कृष्णा

कृष्णा ने राधा से पूछा

कोई ऐसी जगह बताओ जहाँ मै नहीं हूँ

राधा ने मुस्कुराते हुए कहा

मेरे नसीब में